Dr. Nitin Bomanwar / डॉ.नितिन बोमनवार


डॉ. नितीन बोमनवार - कैंसर रोग विशेषज्ञ

Down to Earth Personality

करीब ३००० सर्जरी सफलता पूर्वक करने वाले डॉ नितीन बोमनवार ने जन सामान्य के स्वास्थ्य के लिए प्रतिबद्ध हो विदर्भ के अनेक नगरों में कैंसर पर जनजागरण कार्यशाला सेमिनार लिए है। 

कैंसर रोग के बारे में पता चलते ही मरीज के मन में भय व्याप्त हो जाता है, लेकिन अगर इस रोग का उपचार तुरंत शुरु कर दिया जाए तो इस रोग से ग्रसित मरीज को जीवनदान मिल सकता है।डां. नितीन तुकाराम बोमनवार (Oncologyst Surgeon), जिन्होंने न केवल महाराष्ट्र बल्कि देश के अनेक नामी हॉस्पिटलों में अपनी सेवाएं दी हैं। डां बोमनवार पूरे विदर्भ क्षेत्र में कैंसर रोग चिकित्सकों में एक सन्मानित चेहरा हैं।शीघ्र प्रारम्भ होने वाले किंग्सवे हॉस्पिटल में वे अपनी पूर्णकालिक सेवाएं देने वाले है । 

डॉ. नितीन तुकाराम जी बोमनवार अपने परिवार के अकेले ऐसे सदस्य हैं, जिन्होंने चिकित्सा क्षेत्र को चयनित किया । माता पिता तथा स्वयं की इच्छा के अनुरूप डॉक्टरी पेशा स्वीकार करने वाले डॉ बोमनवार ने आठवीं कक्षा में रहते ही दढ़ निश्चय कर लिया था कि चिकित्सक बनकर मैं अपने गांव की गरीब जनता की सेवा करूंगा। चिकित्सा को सेवा मानने वाले डॉ. नितीन बोमनवार का मानना है कि शरीर को निरोगी रखने के लिए शुद्ध खाना तथा अच्छी नींद बहुत जरूरी है। भारत में कैंसर रोग का उपचार की पद्धति को विदेश से समतुल्य बताने वाले डॉ. नितीन बोमनवार का जन्म चंद्रपुर की सावली तहसील के अंतर्गत आने वाले व्याहाड बुज के मध्यमवर्गीय परिवार में ५ अक्टूबर, १९७८ को हुआ पिता शिक्षक एवं माता ग्रहणी।मधुरभाषी शांत स्वभाव के नितिन बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के थे .

नागपुर के किंग्स वे अस्पताल में कैसर रोग से बचाव की आधुनिक तकनीक उपलब्ध कराने की मंशा रखने वाले डॉ. बोमनवार जिस परिवार से हैं, वह परिवार बहुत बड़ा है। अपने माता-पिता की पांचवीं संतान डॉ नितीन को अपनी मातृभाषा मराठी के साथ ही अंग्रेजी, हिंदी, गुजराती, तेलुगु, गुजराती का भी अच्छा खासा ज्ञान है। सातवीं तक की शिक्षा व्याहाड वुज में प्राप्त करने के बाद आठवीं से १२ वीं तक की शिक्षा शिवाजी हाईस्कूल, गडचिरोली से प्राप्त करने के बाद उच्च शिक्षा यवतमाल के गर्वनमेंट मोडिकल कॉलेज से एम.बी.बीएस., जी.एम.सी. नागपुर से जनरल सर्जरी में एम.एस. तथा बी.जे.मेडिकल कालेज अहमदाबाद से एम.सी.एच. की उपाधि प्राप्त की।डॉ नितीन बोमनवार के बड़े भाई रवींद्र किराना व्यापार से जुड़े हैं तो उनसे छोटे भाई प्रमोद बैंक में हैं, तीसरे भाई सुनील व्यापार क्षेत्र से जुड़े हैं तो चौथे श्रीकांत कृषि क्षेत्र से जुड़े हैं। जबकि सबसे छोटे योगेश की फार्मेसी की दुकान है। डॉ. नितीन बोमनकार २००८ में प्राजक्ता से विवाह बंधनमें बंधे । श्रीमती डॉ.प्राजक्ता एम.एस.सी. बायोटेक्नोलॉजी व पी.एच.डी. है ।श्रीमती डॉ.प्राजक्ता शीघ्र आधुनिक जेनेटिक टेस्टिंग लैब की स्थापना नागपुर में प्रारम्भ करना चाहती है। उनकी विशिष्ट सफलता हेतु चंद्रपुर पत्रकार संघ की ओर से पुरस्कृत किया गया यह उनके जीवन का यादगार पल था .अपनी मां से विशेष स्नेह रखने वाले डॉ नितीन बोमनकर के लिए सबसे दुखद पल वह था, जब उनकी माता का देहांत हुआ था। माता के देहांत के बाद डॉ. नितीन को पूर्व स्थिति में आने में काफी वक्त लगा। 

डॉ. नितीन ने अपने करियर के कुछ संवेदनशील ऑपरेशन के बारे में बतया की अपोलो हॉस्पिटल भिलाई में आमाशय कैंसर पीड़ित ४२ वर्षीय व्यक्ति के आमाशय का ८० प्रतिशत हिस्सा निकाल कर सफलता पूर्वक ऑपरेशन किया आमतौर पर ऐसे १० प्रतिशत केस ही सफल होते है ,वहीं उदर कैंसर पीड़ित ५० वर्षीय महिला जिसे दुर्लभ पेरिटोनिआई कैंसर था करीब १० घंटे के ऑपरेशन के बाद बचा लिया गया।
कैंसर से डरें नहीं, लड़ें
कैंसर का नाम सुनकर अच्छे-अच्छों के पसीने छूट सकते हैं लेकिन समय रहते इस बीमारी को टाला जा सकता है.डॉ. नितीन का मानना है की कैंसर के ९० प्रतिशत से ज्यादा मरीजों का फर्स्ट स्टेज में इलाज हो सकता है. सेकंड स्टेज में यह अनुपात करीब ७० प्रतिशत है, तीसरे चरण में ४० प्रतिशत से भी कम रह जाता है. अधिकतर कैंसर रोगी थर्ड और फोर्थ स्टेज में इलाज के लिए आते हैं, और इस समय तक मामले लाइलाज हो जाते हैं. उसकी वजह से ही ये यह भ्रांति फैलती है कि कैंसर लाइलाज है.आजकल कई तरह के कैंसर को गंभीर लेकिन काबू में आने लायक बीमारी माना जाता है जिन्हें कैंसर के अलावा किसी भी दूसरे गंभीर रोगों की तरह दवाओं से कई साल तक काबू में रखा जा सकता है.
डॉ. नितीन कहते है की अक्सर देखा गया है कि एक तिहाई से ज्यादा कैंसर तंबाकू या उससे बने उत्पादों के सेवन की देन हैं जबकि एक तिहाई खान-पान और रहन-सहन या दूसरे सामाजिक कारकों से जुड़े हैं. इसलिए दुनियाभर में विभिन्न भौगोलिक स्थितियों में कैसर के स्वरूप और फैलाव में भिन्नता नजर आती है. कैंसर रोगियों की बढ़ती संख्या के लिए जीवन शैली को जिम्मेदार मानने वाले डॉ बोमनकर नियमित व्यायाम को बहुत ज्यादा महत्व देते हैं।भारत में कैंसर की वजह, विकासशील देशों से कुछ अलग है. इनमें गरीबी, अशिक्षा, कुपोषण, कम उम्र में विवाह, बार-बार गर्भवती होना, गंदगी और सेहत को लेकर अनदेखी जैसे कारण प्रमुख हैं.कैंसर के दो-तिहाई मामले विकासशील देशों में होते हैं. इनमें से अधिकतर ८० फीसदी मामले तीसरी या चौथी स्टेज में होते हैं जबकि विकसित देशों में इसके उलट है.

कैंसर संक्रामक रोग नहीं है,

डॉ. नितीन ने बतया की कैंसर संक्रामक रोग नहीं है, और कैंसर रोगी के साथ खाना खाने, सोने या पीने से यह बीमारी नहीं फैलती. कई लोग इसे खानदानी बीमारी मानते हैं. लेकिन कुछ कैंसर रोग ऐसे हैं जो परिवार की हिस्ट्री, खान-पान की आदतों या अन्य कारणों से विभिन्न सदस्यों में नजर आ सकते हैं. इनमें कोलन कैंसर है जो खान-पान की आदतों से होता है. ब्रेस्ट कैंसर मां और बेटी में आनुवंशिक कारणों से हो सकता है. सिर्फ ५ फीसदी कैंसर जनेटिक होते हैं.यह कोई नया रोग नहीं है. आधुनिक विज्ञान में कैंसर के सही स्वरूप का जिक्र कोई १५० साल पहले होना शुरू हुआ. लेकिन पिछले कुछ समय से विभिन्न कारणों और कारकों की वजह से कैंसर के रोगियों की निरंतर बढ़ती संख्या के कारण इस पर अधिक ध्यान जाने लगा है. 

जंक फ़ूड से दूर रहे 

अपने माता- पिता को अपना आदर्श मानने वाले डॉ. नितीन कहते हैं कि अगर मैं डॉक्टर नहीं होता तो इंजीनियर या पॉयलेट होता। नागपुर के मुख कैंसर की राजधानी बनने को दुर्भाग्यपूर्ण बताते वाले डॉ नितीन बोमनकर को युवा वर्ग के गुटखा, खर्रा, शराब, सिगरेट की लत लगने पर बहुत मलाल है। डॉ बोमनवार का कहना है कि जागरूकता शिविर समय-समय पर आयोजित करना बहुत जरूरी है। हर वार्ड में व्यसन से होने वाली बीमारियों का उल्लेख करने के साथ- साथ हर जिले मे सर्वसुविधायुक्त कैंसर अस्पताल का निर्माण करने को समय की जरूरत बताने वाले डॉ. बोमनवार का कहना है कि हर गांव में जागरूकता संबंधी शिविर तथा होल्डर लगाए जाने चाहिए। इतना ही सभी सार्वजनिक स्थलों जैसे बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, तहसील कार्यालय, जिला परिषद्, नगर परिषद कार्यालय में भी प्रबोधन कार्यक्रमों का आयोजन समय समय पर होना चाहिए। इसके अलावा सभी अस्पतालों में भी मुख कैंसर के रोगियों को इस बारे में सचेत करना जरूरी है। आधुनिक खानपान के कारण भी कैंसर रोग का प्रचार ज्यादा हो रहा है। घर में बनी ताजी रोटी सब्जी की जगह जंक फ़ूड के कारण आज की युवा पीढ़ी के स्वास्थ्य पर जंग लग रही है। डॉ. नितीन युवा पीढ़ी को जंक फ़ूड से दूर रहने की हिदायत देते है

स्क्रीनिंग करवानी चाहिए

उनका कहना है कि ४० वर्ष के बाद प्रत्येक पुरुष व महिला को स्क्रीनिंग करवानी चाहिए। लेकिन ज्यादातर लोग इसे फिजूल खर्ची मानते हैं । अमेरिका में हर व्यक्ति को हर वर्ष स्कैनिंग करवाना जरूरी समझता है, लेकिन भारत के लोग इसे आवश्यक नहीं समझते, इस कारण यहां के लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां विदेशी लोगों की तुलना में ज्यादा होती है। डॉ. बोमनवार ने कहा कि मांसाहारी लोगों को कैंसर होने की आशंका अपेक्षाकृत ज्यादा रहती है।नागपुर के विभिन्न अस्पतालों में अब मुंबई, दिल्ली जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं, इसके बावजूद कैंसर से मरने वाले मरीजों की संख्या इसलिए कम नहीं हो रही क्योंकि लोगों में अभी-भी जागरूरकता का नितांत अभाव है। 

परिवार पिताश्री -श्री तुकाराम बोमनवार , माता -स्व .सुमन बोमनवार ,धर्मपत्नी - श्रीमती प्राजक्ता बोमनवार
जन्म तिथि 05/10/1978
जिला नागपुर
शहर नागपुर
शैक्षिक विस्तार MBBS from V.N.G.M.C Yavatmal, affiliated to Amravati University, Amravati. MS (General Surgery) from GMCH, Nagpur via MUHS (Maharashtra University of Health Sciences), Nashik in July 2010. MCh in surgical oncology from Gujarat Cancer & Research Institute, Ahmedabad in July 2014.
बिज़नेस / प्रोफेशन Dr. Nitin Bomanwar Cancer Specialist (Surgical Oncology)
पुरस्कार / उपलब्धियां

Experience

•Dr. Nitin Tukaramji Bomanwar worked as Consultant in surgical oncology at HCG NCHRI Cancer Center, Nagpur in June 2017

•He worked as Consultant Oncosurgeon at Apollo BSR hospitals, Bhilai for 14 months.

•Worked as Consultant Oncosurgeon at Bharat Cancer Hospital, Surat for 2 years.

•He worked as Oncosurgeon resident at Gujarat Cancer Research Institute, BJ medical college, Ahmedabad for 3 years

•worked as Consultant American Oncology Institue Nagpur (Feb 2018 to Apr 2019)

Dr. Nitin Bomanwar also worked as visiting Oncosurgeon at

•Vinobha Bhave Hospital, Silvassa

•P.Sanghavi Hospital, Surat

•Baps Hospital, Surat

•Mahavir Hospital – Surat

•Sardar Smarak Hospital Bardoli

Paper Presentation

•Free paper presentation – triple negative breast cancer- at ASICON 2013, AHMEDABAD

•Poster presentation – Triple-negative breast cancer at ICC 2014, Delhi.

•Poster presentation – head neck sarcomas at G-SHNO 2013, Vadodara.

•Abstract published -Triple-negative breast cancer – A 3-year retrospective study at GCRI in Indian Journal of Cancer 2013.

•Attended many conferences & CME.

•Published Various Papers In National & International Journals.

Specialization

•Head & Neck Cancer surgery and reconstruction ( सिर और गर्दन के कैंसर की सर्जरी और पुनर्निर्माण)

•GI Oncology (जीआई ऑन्कोलॉजी)

•GU Oncology including Kidney, Bladder, Prostate (• किडनी, मूत्राशय, प्रोस्टेट सहित GU ऑन्कोलॉजी)

•Breast malignancy & reconstruction (स्तन की खराबी और पुनर्निर्माण )

•Thoracic surgery (वक्ष शल्य चिकित्सा)

•Gynecological Cancers (स्त्री रोग संबंधी कैंसर )

डॉ. नितीन बोमनवार  ICON  IMA  AMS व  ASN  इत्यादि संस्थाओ से भी जुड़े हुए है

 

वर्ग चिकित्सा
Appreciation
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